परन्तु ट्राईबल्स ड्रीम के BYE-LAWS 1996 (97) स्वावलंबी अधिनियम के तहत सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता एवं विशेषज्ञों की गठित दल दारा बनाई गई है ।इसमें उन सभी कार्यों का समावेश किया गया है, जो भारत सरकार की कम्पनियाँ या अमीरों/व्यापारियों, पूँजीपतियों,औद्योगिक घरानों व प्राईवेट (PVT) लिमिटेड कम्पनियाँ कार्य किया करती है । जैसे – माईनर, माईनिंग,मेजर माइनिंग,सभी तरह के फैक्ट्री लगाना, कृषि संबंधी सभी कार्य, ठेकेदारी, टांस्पोटिंग,बाजार,हाट लेना, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टैण्ड का डाक लेना,वन उपज जैसे- महुआ,चिरौन्जी,लौह,बाँस,तेन्दू पत्ता,इमली,बैर,जंगली जड़ी-बूटियाँ सभी उत्पादनों का संग्रह एवं व्यापार कर सकते है । इसके अलावे स्कूल, कॉलेज, मेडिकल कॉलेज,हॉस्पिटल,इंजीनियरिंग कॉलेज खोलना, समिति के सदस्यों का भविष्य निधि खाता,कल्याण कोष , बीमा बैंकिंग इत्यादि कार्य करना इसके अलावा विस्तृत जानकारी के लिए ट्राईबल्स ड्रीम की BYE-LAWS में निहित है।
जो www.tribalsdream.com में उपलब्ध है ।